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सुल्तानगढ़ जलप्रपात हादसा : 10 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर चट्टानों में फंसे 45 लोगों को बचाया

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, गुरुवार, 16 अगस्त 2018 (07:50 IST)
शिवपुरी। शिवपुरी (मध्यप्रदेश)। जिले के सुल्तानगढ़ झरने में पानी की तेज धारा के बीच फंसे सभी 45 लोगों को गुरुवार सुबह तक चले राहत अभियान के बाद सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है।
 
 
शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगनकर ने बताया कि झरने में पानी की तेज धारा के बीच चट्टानों पर फंसे इन लोगों में से 5 को हेलीकॉप्टर की सहायता से बुधवार देर शाम तक निकाला गया। उन्होंने बताया कि बुधवार दोपहर झरने में लोगों के नहाने के दौरान पानी का बहाव अचानक तेज होने से कम से कम 8 लोगों के बह जाने की आशंका है, जबकि 45 लोग पानी के बीच चट्टानों पर फंस गए।

उन्होंने बताया कि पुलिस दल ने स्थानीय लोगों की सहायता से झरने के बीच फंसे सभी 45 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। हिंगनकर ने बताया कि यहां पिकनिक मनाने आए लोगों में से 6 लोगों के परिवार ने अब तक उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस लापता लोगों की तलाश कर रही है। इससे पहले एक प्रत्यक्षदर्शी ने दावा किया कि झरने में नहाने के दौरान 10 से अधिक लोग पानी में बह गए हैं।


मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया कि झरने में पानी के तेज बहाव में फंसे लोगों को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, होमगार्ड, स्थानीय पुलिस और स्थानीय लोगों के सहायता से बाहर निकाल लिया गया है। चौहान ने स्थिति से निपटने में सहयोग देने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण को धन्यवाद दिया।
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शिवपुरी से विधायक एवं प्रदेश सरकार की मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने भारतीय वायुसेना और 3 ग्रामीणों रामसेवक प्रजापति, निजाम और बालू सहित राहत कार्यों में लगे सभी लोगों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया है। बुधवार को स्वतंत्रता दिवस का अवकाश होने के कारण ग्वालियर और शिवपुरी सहित आसपास के इलाके से बड़ी संख्या में लोग शिवपुरी से लगभग 55 किलोमीटर दूर शिवपुरी और ग्वालियर जिले की सीमा पर सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने आए थे।
 
पुलिस ने एक स्थानीय ग्रामीण के हवाले से बताया कि यह झरना पार्वती नदी से जुड़ा है और बुधवार दोपहर लगभग 4.30 बजे संभवत: ऊपरी क्षेत्र में तेज बारिश होने से झरने में पानी का वेग अचानक बढ़ गया और झरने के बीच नहा रहे कई लोगों को पानी की तेज धारा से निकलने का अवसर ही नहीं मिल सका।
 
इस हादसे की सूचना पाकर केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और ग्वालियर से सांसद बुधवार को शाम को ही घटनास्थल पर पहुंच गए थे और उन्होंने देर रात तक वहां रुककर राहत कार्यों का निर्देशन किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी राहत और बचाव अभियान के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर बात की। (भाषा)

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