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कोहली का शतक, भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 124 रन से रौंदा

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, गुरुवार, 8 फ़रवरी 2018 (00:13 IST)
केपटाउन। कप्तान विराट कोहली के श्रृंखला के दूसरे और करियर के 34वें शतक के बाद युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की फिरकी के जादू से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में बुधवार को यहां 124 रन से रौंदकर छह मैचों की श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त बना ली।


कोहली ने 159 गेंद में 12 चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 160 रन की पारी खेलने के अलावा सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (76) के साथ दूसरे विकेट के लिए 140 और भुवनेश्वर कुमार (नाबाद 16) के साथ सातवें विकेट के लिए 7.2 ओवर में 67 रन की अटूट साझेदारी की, जिससे भारत ने छह विकेट पर 303 का बड़ा स्कोर खड़ा किया।

दक्षिण अफ्रीका की टीम इसके जवाब में चहल (46 रन पर चार विकेट), कुलदीप (23 रन पर चार विकेट) और जसप्रीत बुमराह (32 रन पर दो विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने 40 ओवर में 179 रन पर ढेर हो गई। मेजबान टीम की ओर से जेपी डुमिनी (51) ही टिककर बल्लेबाजी कर पाए। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी सरजमीं पर रनों के लिहाज से यह भारत की सबसे बड़ी जीत है।

इससे पहले टीम इंडिया ने 10 अक्‍टूबर 2001 को सेंचुरियन में मेजबान टीम को 41 रन से हराया था। भारत ने पहली बार दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में तीन वनडे मैचों में जीत दर्ज की है और टीम इंडिया के पास यहां पहली बार वनडे श्रृंखला जीतने का मौका भी है। भारत ने इससे पहले 1992-93 और 2010-11 में दक्षिण अफ्रीका में किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में दो वनडे मैच जीते थे, लेकिन क्रमश: सात और पांच वनडे मैचों की ये श्रृंखलाएं टीम इंडिया ने 5-2 और 3-2 से गंवाई थी।
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लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही। टीम ने दूसरे ओवर की पहली गेंद पर ही हाशिम अमला (1) का विकेट गंवा दिया जो एक बार फिर बुमराह की गेंद पर पगबाधा हुए। कप्तान ऐडन मार्करम (32) और डुमिनी ने दूसरे विकेट के लिए 78 रन जोड़कर पारी को संवारने की कोशिश की। दोनों ने 11वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया। मार्करम हालांकि कुलदीप की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में पूरी तरह चूक गए और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें स्टंप करने में कोई गलती नहीं की।

धोनी इसके साथ ही एकदिवसीय अंतराष्ट्रीय मैचों में 400 शिकार करने वाले चौथे विकेटकीपर बने। उनसे पहले कुमार संगकारा (482), एडम गिलक्रिस्ट (472) और मार्क बाउचर (424) यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। लेग स्पिनर चहल ने इसके बाद पदार्पण कर रहे हेनरिक क्लासेन (6) और डुमिनी को लगातार ओवरों में पगबाधा करके मेजबान टीम का स्कोर चार विकेट पर 96 रन किया। बुमराह ने डेविड मिलर (25) को धोनी के हाथों कैच कराके दक्षिण अफ्रीका को पांचवां झटका दिया।

दक्षिण अफ्रीका को अंतिम 15 ओवर में जीत के लिए 155 रन की दरकार थी, लेकिन टीम ने लगातार पांच ओवरों में क्रिस मौरिस (14), खाया जोंडो (17), एंडिले फेहलुकवायो (3), इमरान ताहिर (8) और लुंगी एनगिडी (6) के विकेट गंवा दिए। मौरिस, एनगिडी और फेहलुकवायो को कुलदीप, जबकि जोंडो और ताहिर को चहल ने पैवेलियन भेजा। इससे पहले टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे भारत ने पहले ओवर की अंतिम गेंद पर ही रोहित शर्मा का विकेट गंवा दिया, जो कागिसो रबाडा की गेंद पर विकेटकीपर क्लासेन को कैच दे बैठे। रबाडा ने मौजूदा दौरे पर टेस्ट और वनडे मैचों में रोहित को सात में से पांच बार आउट किया है।
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कोहली और धवन ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिए 140 रन की साझेदारी करके पारी को संवारा। धवन ने लुंगी एनगिडी की पहली ही गेंद पर चौके के साथ भारत और अपने रनों का खाता खोला। कोहली ने जब खाता भी नहीं खोला था तब अंपायर ने रबाडा की गेंद पर उन्हें पगबाधा आउट दे दिया, लेकिन डीआरएस लेने पर तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर के फैसले को बदल दिया, क्योंकि गेंद बल्ले से टकराकर पैड से लगी थी। कोहली ने क्रिस मौरिस पर चौके के साथ 10 ओवर में 50 रन पूरे किए।

धवन अच्छी लय में दिखे और उन्होंने पहले पावर प्ले के बाद भी आसानी से बाउंड्री बटोरी। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने इमरान ताहिर पर चौके के साथ 42 गेंद में 25वां अर्धशतक पूरा किया। भारत के 100 रन 18वें ओवर में पूरे हुए। कोहली ने भी डुमिनी की गेंद पर एक रन के साथ 64 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। धवन इसके बाद डुमिनी की गेंद पर मिडविकेट पर मार्करम को कैच देकर पैवेलियन लौटे। उन्होंने 63 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके मारे।

भारत ने इसके बाद नियमित अंतराल पर विकेट गंवाए, लेकिन कोहली ने एक छोर संभाले रखा। अजिंक्य रहाणे भी 13 गेंद में 11 रन बनाने के बाद डुमिनी की गेंद पर बेहद खराब शाट खेलकर लांग ऑफ पर एंडिले फेलुकवायो को कैच दे बैठे। हार्दिक पंड्या एक बार फिर नाकाम रहे और मौरिस की गेंद पर क्लासेन को कैच दे बैठे। उन्होंने 14 रन बनाए। कोहली ने डुमिनी की गेंद पर दो रन के साथ 119 गेंद में अपना 34वां वनडे शतक पूरा किया। कोहली का यह कप्तान के रूप में 12वां शतक है। उन्होंने भारतीय कप्तान के रूप में सौरव गांगुली के सर्वाधिक 11 शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा।

गांगुली ने 142 पारियों में 11 शतक जड़े थे जबकि कोहली ने कप्तान के रूप में 43वीं पारी में ही 12वां शतक मारा। कप्तान के रूप में उनसे अधिक शतक केवल ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग (22) और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स (13) ने ही बनाए हैं। ताहिर ने इसके बाद महेंद्र सिंह धोनी (10) को पैवेलियन भेजा जबकि फेहलुकवायो ने केदार जाधव (1) को क्लासेन के हाथों कैच कराके भारत का स्कोर छह विकेट पर 236 रन किया। कोहली इस पारी के दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1000 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय रन भी पूरे करने में सफल रहे।

कोहली जब 141 रन पर खेल रहे थे त‍ब मौरिस की गेंद पर लांग ऑन पर डेविड मिलर ने उनका कैच लपक लिया, लेकिन गेंद को लेकर बाउंड्री के पार चले गए जिससे यह छक्का हो गया। कोहली ने पारी के अंतिम ओवर में रबाडा की पहली गेंद पर एक रन के साथ 156 गेंद में 150 रन पूरे किए। उन्होंने अंतिम दो गेंद पर छक्के और चौके के साथ टीम का स्कोर 300 रन के पार पहुंचाया।

कोहली मौजूदा श्रृंखला में 318 रन बना चुके हैं और जो दक्षिण अफ्रीका में किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में मेहमान बल्लेबाज के सर्वाधिक रन हैं। भारतीय कप्तान ने पोटिंग को पीछे छोड़ा जिन्होंने 2001-02 श्रृंखला में 283 रन जुटाए थे। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से डुमिनी सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 60 रन देकर दो विकेट चटकाए। (भाषा)

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