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टेस्ट मैच जीतने के बाद बोले अजिंक्य रहाणे, हम आक्रामक रवैया अपनाना चाहते थे

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, शुक्रवार, 15 जून 2018 (22:24 IST)
बेंगलुरु। भारत के कार्यवाहक कप्तान अजिंक्य रहाणे ने शुक्रवार को कहा कि उनकी टीम अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में आक्रामक होने के लिए प्रतिबद्ध थी। भारत ने अफगानिस्तान को उसके पदार्पण मैच में 2 दिन के अंदर पारी और 262 रनों से शिकस्त दी। अफगान टीम भारत के पहली पारी में 474 रन के जवाब में 109 और 103 रनों के अंदर ही सिमट गई।
 
 
रहाणे ने नियमित कप्तान विराट कोहली की अनुपस्थिति में कप्तानी की और कहा कि यह सचमुच काफी विशेष लग रहा है। अपने देश का नेतृत्व करना हमेशा ही सम्मान की बात होती है और हम इसमें आक्रामक होना चाहते थे। रहाणे ने अपनी बल्लेबाजी इकाई विशेषकर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और मुरली विजय की तारीफों के पुल बांधे जिन्होंने भारतीय पारी के दौरान शतक जड़े थे।
 
उन्होंने कहा कि खिलाड़ी जैसे शिखर धवन और मुरली विजय ने शतक बनाए, लोकेश राहुल और हार्दिक पंड्या ने उपयोगी योगदान दिया। हम सभी के लिए अपनी बेसिक्स पर डटे रहना अहम था। रहाणे ने अफगानिस्तान की टीम की भी प्रशंसा की जबकि टीम ने आसानी से घुटने टेक दिए लेकिन अफगानिस्तान को श्रेय देना चाहिए, जो शानदार थे। इसके बाद से वे आगे ही बढ़ेंगे। उनके तेज गेंदबाजों ने सचमुच अच्छी गेंदबाजी की, विशेषकर गुरुवार को तीसरे सत्र में और मुझे पूरा भरोसा है कि वे सभी प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
 
रहाणे ने बाद में जीत की फोटो के दौरान अनूठी पहल की और पूरी अफगान टीम को बुलाया तथा पदार्पण करने वाली टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए ट्रॉफी भी उनके हाथ में दी। धवन को 'मैन ऑफ द मैच' पुरस्कार दिया गया जिन्होंने 96 गेंदों में 107 रनों की शतकीय पारी खेली। उन्होंने कहा कि वे इस समय अपनी बल्लेबाजी का पूरा लुत्फ उठा रहे हैं।
 
धवन ने कहा कि मैं जिस तरह बल्लेबाजी कर रहा हूं, उससे सचमुच खुश हूं। यह अच्छा है कि हमने मैच जल्दी खत्म कर लिया और हमें अब आयरलैंड से भिड़ने से पहले कुछ दिन का आराम मिलेगा। धवन ने अफगानिस्तान को टेस्ट पदार्पण के लिए बधाई दी और कहा कि समय के साथ वे खेल के इस पारंपरिक प्रारूप में निश्चित रूप से सुधार करेंगे, जैसा उन्होंने सीमित ओवरों के प्रारूप में किया है।
 
अफगानिस्तान के कप्तान असगर स्टेनिकजई भी सहमत थे कि यह टेस्ट मैच उनकी गैरअनुभवी टीम के लिए सीखने का मौका था और पहले तो बीसीसीआई और अफगान क्रिकेट बोर्ड को शुक्रिया जिन्होंने हमें मौका दिया। हमने इससे पहले टेस्ट मैच नहीं खेला था और हमने इससे काफी सीख ली।
 
उन्होंने कहा कि भविष्य में जब हम मैच खेलेंगे तो हमें पता होगा कि भारत जैसे पूर्ण सदस्यीय देश के खिलाफ कैसे खेला जाए? हां, हम हैरान थे कि इतनी जल्दी सबकुछ कैसे खत्म हो गया, क्योंकि हमारी टीम अच्छी थी। लेकिन टेस्ट क्रिकेट बिलकुल ही अलग तरह का खेल है, हमारे पास बहुत समय है और हम अपनी कमजोरियों पर काम करेंगे। (भाषा)

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