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विंबलडन 2017 : जोकोविच में दम तो है, क्या जीतेंगे खिताब?

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मयंक मिश्रा

, शुक्रवार, 7 जुलाई 2017 (12:06 IST)
जोकोविच को अपना आदर्श मानने वाले एडम को बुधवार को उनसे खेलने को मिलना ही उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि रही, क्योंकि जोकोविच के सामने वे और कुछ खास कर नहीं पाए। अगासी ने हाल ही में कहा था कि जोकोविच इस साल का विंबलडन जीत सकते हैं और बड़े दिनों बाद जोकोविच के खेल में ऐसा कर पाना संभव दिखाई दिया।

जोकोविच पिछले 1 साल को छोड़ दिया जाए तो एक मशीन की तरह खेलते रहे हैं जिससे गलती कभी नहीं होती और बुधवार को फिर से वे वैसे ही खेल रहे थे, वैसे जोकोविच को अभी तक कुछ खास टक्कर नहीं मिली है, मगर अगले दौर में उनके सामने गुलबिस हैं।

बचपन में दोनों एकसाथ ही खेला करते थे और उस समय गुलबिस को ज्यादा टैलेंटेड माना जाता था। वैसे पिछले 1 साल से एक भी मैच नहीं जीते गुलबिस शायद पहली बार अपने खेल को लेकर गंभीर हैं। इसके चलते वे विंबलडन के तीसरे दौर तक पहुंच गए हैं और जिस तरह बुधवार को उन्होंने देलपोत्रो को सीधे सेटों में हराया, जोकोविच को मुश्किल जरूर दे सकते हैं।

वैसे बुधवार को जोकोविच के दोस्त लेजोविच ने पहले सेट में फेडरर को मुश्किल जरूर दी, मगर पहले सेट को टाईब्रेकर में हारने के बाद उन्होंने खुद ने भी जीतने के बारे में नहीं सोचा होगा। वैसे भी जोकोविच, नडाल, फेडरर जैसे खिलाड़ियों के खिलाफ मैच में जरा-सी ढिलाई मैच हरा ही देती है, वैसे लैबोरेटरी जैसे माहौल की एक कॉफी शॉप के मालिक लेजोविच अपने खेल की लैबोरेटरी में फेडरर का तोड़ नहीं खोज पाए थे, मगर बुधवार को मग्दालिना ने पलीस्कोवा का तोड़ निकालकर एक बड़ा उलटफेर कर दिया। पलीस्कोवा की यह हार नहीं सोची गई थी, इस हार से ब्रिटेन की कोंटा के जीतने की संभावनाएं अब सबसे ज्यादा हो गई हैं।

कोर्ट नंबर 17 पर बुधवार को 2 रिटायरमेंट हुए। पहले मैच में डेविड फेरर के खिलाफ सिर्फ 3 गेम खेलकर स्टीव डार्सिस रिटायर हुए, तो वहीं बेथनी सेंड्स को मैच के दौरान घुटने में लगी चोट के चलते रिटायर होना पड़ा। बेथनी की चोट इतनी गंभीर थी कि उनको तुरंत ही एम्बुलेंस से हॉस्पिटल ले जाया गया और उनकी चोट का दर्द वहां मौजूद हर किसी के चेहरे पर था।

बुधवार को जीतने वालों में कर्बर, मोंफिल्स, थीम, दिमित्रोव भी थे, वहीं हारने वालों में इस्नर क्रिस्टिना और पेस जैसे बड़े नाम भी थे। गुरुवार को सेंटर कोर्ट पर सबसे पहले अजारेंका और वॉट्सन के बीच मैच होना है, उसके बाद नडाल की अब तक की सबसे बड़ी चुनौती केरेन खेलेंगे, मगर दिन का आखिरी मैच ही सबसे खास है, जब मरे के सामने फोगनीनी होंगे। फोगनीनी के लिए जगह खिलाड़ी कुछ मायने नहीं रखता है और यही उनको ज्यादा खतरनाक बनाती है। वैसे उलटफेर होने की संभावनाएं न के बराबर ही हैं।

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