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ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर जैसा है 'चंदगीराम अखाड़ा'

हमें फॉलो करें ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर जैसा है 'चंदगीराम अखाड़ा'
, गुरुवार, 29 जून 2017 (19:05 IST)
नई दिल्ली। मास्टर चंदगीराम की पुण्यतिथि के अवसर पर गुरुवार सुबह यहां चंदगीराम अखाड़े में नवनिर्मित वातानुकूलित कुश्ती हॉल का उद्घाटन किया गया, जिसके लिए दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार सहित कई हस्तियां मौजूद थीं। सुशील ने कहा, मैं यह देखकर बहुत खुश हूं। इस तरह के हॉल मैंने कोलोराडो स्प्रिंग्स अमेरिका और बुल्गारिया के ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर में ही देखे हैं।
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नवीनीकृत चंदगीराम कुश्ती हॉल के उद्घाटन समारोह में भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष एवं सांसद बृज भूषण शरण सिंह, सुशील, प्रो कुश्ती लीग के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा, पद्मश्री मास्टर चंदगीराम के परिवार के सदस्य, चंदगीराम के पुत्र जगदीश कालीरमन, शिष्य, कुश्ती कोच और सैकड़ों महिला तथा युवा पहलवान मौजूद थे।
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मास्टर चंदगीराम की पुण्‍यतिथि के अवसर पर सुबह पहले यहां हवन किया गया और उसके बाद नए कुश्ती हॉल का उद्घाटन किया गया। बृजभूषण शरण सिंह ने इस अवसर पर कहा कि चंदगीराम का महिला कुश्ती के उत्थान में महत्वपूर्ण योगदान रहा है और उन्होंने 90 के दशक में महिला कुश्ती की नींव रखी और भारत में अनेक महिलाओं को कुश्ती के लिए तैयार किया।
                 
पद्मश्री चंदगीराम के चित्र पर माल्यार्पण के बाद सुशील ने कहा, इस तरह के हॉल मैंने कोलोराडो स्प्रिंग्स अमेरिका और बुल्गारिया के ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर में ही देखे हैं। मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि भारत में भी कुश्ती अखाड़ों का आधुनिकीकरण हो रहा है। कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि कुश्ती को जीवित रखने और आगे बढ़ाने में देश के पहलवानों जैसे सुशील कुमार और जगदीश कालीरमन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
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मास्टर चंदगीराम के पुत्र भारत केसरी जगदीश कालीरमन ने इस अवसर पर कहा कि अब चंदगीराम अखाड़ा 21वीं सदी में आधुनिकता की दौड़ में शामिल हो गया है। जगदीश ने बताया कि अखाड़े के कुश्ती हॉल को वातानुकूलित बनाया गया है, जिसमें रेसलिंग मैट, बैटल रोप, टीआरएक्स, वीडियो रिकॉर्डिंग, वीडियो विश्लेषण के द्वारा कुश्ती प्रशिक्षण, वातानुकूलित जिम, वैट ट्रेनिंग जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। महिला और पुरुष पहलवानों के लिए वातानुकूलित छात्रावास भी हैं। भोजन का प्रबंध कुश्ती ट्रेनिंग के अनुकूल डाइटीशियन की निगरानी में किया जाता है। उन्होंने बताया कि स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के लिए रूसी कोच डेनिस का चयन किया गया है। 
                   
अखाड़े के नवीनीकरण में चंदगीराम स्पोर्ट्स वेलफेयर चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष आरपी सिंह, अर्जुन अवॉर्डी कृपाशंकर बिश्नोई, भूपेंद्र सोलंकी (हरियाणा हैम्मर्स), मूलचंद सहरावत (मुंबई महारथी) और एके संस ग्रुप के प्रबंध निदेशक भूपेंद्र कुमार की प्रमुख भूमिका रही है। इस अवसर पर जगरूप सिंह राठी, शोकिन्द्र तोमर अर्जुन अवॉर्डी, प्रशांत रोहतगी, ओलंपिक मेडलिस्ट साक्षी मलिक के कोच ईश्वर सिंह दहिया मौजूद थे। इस अवसर पर मास्टर चंदगीराम के जीवन पर एक प्रदर्शनी भी आयोजित की गई। (वार्ता)
(मास्टर चंदगीराम अखाड़े की सभी तस्वीरें अर्जुन अवॉर्डी कृपाशंकर बिश्नोई के सौजन्य से) 

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