Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है यह टीम : कोंस्टेनटाइन

हमें फॉलो करें सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है यह टीम : कोंस्टेनटाइन
, गुरुवार, 12 अक्टूबर 2017 (17:48 IST)
बेंगलुरु। भारत ने मकाऊ को 4-1 से हराकर 2019  के एएफ़सी एशिया कप फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई करने के बाद टीम के कोच स्टीफन कोंस्टेनटाइन ने इस टीम को इतिहास की सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक करार दिया है। 
         
कोच कोंस्टेनटाइन के साथ कप्तान सुनील छेत्री ने भी कहा, हमने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है लेकिन हमें इस सफलता के बाद सातवें आसमान पर नहीं जाना होगा और ग्रुप में शीर्ष पर बने रहने के लिए कड़ी मेहनत जारी रखनी होगी। 
         
भारत ने कल कांतिरवा स्टेडियम में मकाऊ को एएफ़सी एशियन कप क्वालीफायर्स में मकाऊ को 4-1 से हराया था और संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया था। इस जीत के बाद भारत ग्रुप ए में चार मैचों में 12 अंक लेकर मॉरिशस, किर्गीज़ गणराज्य और मकाऊ से आगे है।
         
कोंस्टेनटाइन ने मैच के बाद कहा, हमने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है, लेकिन काम अभी पूरा नहीं हुआ है। हम ग्रुप में पहले नंबर पर रहना चाहते हैं लेकिन हम ढीले नहीं पड़ेंगे और लंबा जश्न नहीं मनाएंगे। हमें अपने काम पर जल्दी लौटना होगा क्योंकि हमें जल्द ही म्यांमार से खेलना है।
 
कोच ने इस जीत को जबरदस्त टीम प्रयास का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, हमनें एशिया कप के लिए क्वालीफाई करने का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है। मुझे अपनी टीम पर गर्व है उन्होंने पूरा अनुशासन दिखाते हुए वैसा ही खेल दिखाया जो मैं  उनसे चाहता था। यह टीम मुश्किल ट्रेनिंग और कड़े दबाव से गुजरी और इसने हमें वो परिणाम दिया जिस पर हम गर्व कर सकते हैं।  
           
उन्होंने साथ ही कहा, यह टीम इतिहास में  सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक है और इसका श्रेय सभी खिलाड़ियों को जाता है। खिलाड़ियों से लेकर सपोर्टिंग स्टाफ तक सभी ने इसमें अपना सहयोग दिया है। यह केवल टीम के लिए ही नहीं बल्कि पूरे देश के लिए सम्मान की  बात है।  
           
भारत की जीत में अपना 55वां अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले कप्तान छेत्री ने कहा, एशिया कप में जाने से पहले हमें कड़ी मेहनत करनी होगी। हमें ज्यादा मैच खेलने होंगे ताकि हम एशिया कप में बड़ी टीमों के खिलाफ खेलने के लिए खुद को तैयार कर सकें। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

फीफा विश्व कप : जर्मनी के लिए 'करो या मरो' का मुकाबला