Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

क्यों जुड़ रहा है धीरेन्द्र शास्त्री से जया किशोरी का नाम? शादी को लेकर क्या है दोनों की सोच...

हमें फॉलो करें क्यों जुड़ रहा है धीरेन्द्र शास्त्री से जया किशोरी का नाम? शादी को लेकर क्या है दोनों की सोच...
, शुक्रवार, 27 जनवरी 2023 (21:43 IST)
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में स्थित बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri of Bageshwar Dham) क्या शादी करेंगे? उनका नाम कथावाचक जया किशोरी (Jaya Kishori) के साथ भी जोड़ा जाता है। दोनों ही कथावाचक शादी तो करना चाहते हैं, लेकिन दोनों का एक दूसरे से कोई संबंध नहीं है। धीरेन्द्र शास्त्री तो जया को अपनी बहन कहते हैं। 
 
सोशल मीडिया पर चल रहीं सुर्खियों के बीच धीरेन्द्र शास्त्री ने एक इंटरव्यू में स्पष्ट किया कि वे जया किशोरी से आज तक नहीं मिले हैं, न ही उनकी उनसे बात हुई है। वे जया किशोरी को अपनी बहन मानते हैं। हालांकि बागेश्वर बाबा ने कहा कि वे संत नहीं हैं। अवश्य ही विवाह करेंगे। इसके लिए उन्हें उनके गुरु ने भी अनुमति दी है। इसमें कोई बुराई भी नहीं है। 
 
उन्होंने कहा कि उनका नाम जया किशोरी से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की अफवाहें सिर्फ टीआरपी बढ़ाने की कोशिश है। चूंकि दोनों ही कथावाचक हैं और दोनों की जाति भी एक ही है। इसलिए बार-बार इस तरह की अफवाहें सामने आती हैं। हालांकि दोनों की उम्र में 1 साल का अंतर है। जया किशोरी उम्र में धीरेन्द्र शास्त्री से 1 साल बड़ी हैं। दोनों का ही जन्म जुलाई माह का है। 
 
जया को भी शादी से इंकार नहीं : दूसरी ओर, जया किशोरी भी एक से अधिक बार कह चुकी हैं कि वे कथावाचक हैं संत नहीं हैं। वे अपने परिजनों की सलाह से शादी करेंगी। जया किशोरी के सोशल मीडिया पर बड़ी संख्‍या में फॉलोवर हैं। उनका एक यूट्‍यूब चैनल है। कथावाचक के साथ ही जया किशोरी शीर्ष मोटिवेशनल स्पीकर्स भी हैं। हालांकि दोनों से ही शादी को लेकर सवाल पूछे जाते रहे हैं। दरअसल, दोनों में कई समानताएं हैं। दोनों ही कथावाचक हैं, एक ही माह यानी जुलाई में पैदा हुए हैं, दोनों ही अविवाहित भी हैं साथ दोनों की जाति भी एक ही है।
 
उल्लेखनीय है कि हाल ही में महाराष्ट्र में रामकथा के दौरान धीरेन्द्र शास्त्री विवादों में घिर गए थे, जब श्याम मानव की संस्था अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने उन पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था। हालांकि नागपुर पुलिस ने इन सभी आरोपों को इस आधार पर खारिज कर दिया था कि जांच में धीरेन्द्र शास्त्री के खिलाफ कोई भी सबूत नहीं मिला। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

DGCA की बड़ी कार्रवाई, Go First पर लगाया 10 लाख रुपए जुर्माना, 55 यात्रियों को छोड़कर उड़ा था विमान