कोलकाता की चुलबुली लड़की के आतंकियों द्वारा अपहरण के बाद, उसकी रिहाई के लिए सोशल मीडिया पर प्रार्थनाएं की जा रही हैं।
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अपने दोस्तों की चहेती, सेंट जेवियर्स की छात्रा को उसके दोस्त पल पल याद कर रहे हैं। उसके दोस्तों के अनुसार किसी को पता नहीं होता था कि उसकी अगली शैतानी क्या होगी और किस पर। उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा कि जुडिथ डिसुजा कभी आतंकियों द्वारा अपहृत होने पर खबरों का हिस्सा बनेगी।
जुडिथ की सहेली प्रियंका (बदला हुआ नाम) कहती है कि ऐसा कैसे हो सकता है। उसे समझ नहीं आ रहा कि कैसे रिएक्ट किया जाए। मुझे भरोसा ही नहीं होता कि कोई उसका भी अपहरण कर सकता है।
दोस्तों के अनुसार, जुडिथ बहुत दयालु थी। अपने स्कूल दिनों के दौरान वह गरीब बच्चों की मदद करती थी। वह स्कूल में बहुत देर तक रूककर गरीब बच्चों को पढ़ाती थी। वह गरीब बस्तियों में जाकर बच्चों की मदद करती थी।