Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

कन्हैया लाल हत्याकांड पर केन्द्रीय गृहमंत्री शाह का दावा झूठा, गहलोत का पलटवार

हमें फॉलो करें कन्हैया लाल हत्याकांड पर केन्द्रीय गृहमंत्री शाह का दावा झूठा, गहलोत का पलटवार
जयपुर , शनिवार, 1 जुलाई 2023 (01:34 IST)
Udaipur Kanhaiya Lal Taylor murder case: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गृहमंत्री अमित शाह पर यह झूठ बोलने का आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अपराधियों को राजस्थान पुलिस ने घटना के 4 घंटे के भीतर ही पकड़ लिया था।
 
कांग्रेस ने भी कहा कि गृहमंत्री अमित शाह आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर भी सरेआम राजनीति करने और झूठ बोलने से नहीं चूके तथा यह भाजपा नेताओं की मानसिकता दिखाता है।
 
आरोपी भाजपा कार्यकर्ता थे : उदयपुर में एक रैली में संबोधन के दौरान शाह के दावों के तुरंद बाद मुख्यमंत्री ने उन पर पलटवार करते हुए यह भी कहा कि अमित शाह को शायद पता होगा कि दोनों आरोपी ‘सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता’ थे और उन्होंने इस बात की जांच की मांग की कि इन दोनों की मदद करने वाले भाजपा नेता कौन थे।
 
उल्लेखनीय है कि उदयपुर में कन्हैया लाल टेलर की पिछले साल 28 जून को दो लोगों ने धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी थी। आरोपियों ने कन्हैया पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सामग्री पोस्ट करने और इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगाया था।
 
अमित शाह ने शुक्रवार को उदयपुर में अपनी रैली में सालों पुराने मामले को याद किया। उन्होंने कहा कि गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार (आरोपियों को) पकड़ना ही नहीं चाहती थी और एनआईए ने उन्हें पकड़ लिया। इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने कहा कि शाह ने गलत बयान दिया और ‘झूठ’ बोला।
 
उन्होंने ट्वीट में कहा कि यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे, लेकिन आज उदयपुर में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जो किया वह एक गैर जिम्मेदाराना कार्य है।
 
आरोपियों को राजस्थान पुलिस ने पकड़ा : उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह ने उदयपुर में झूठ बोला कि कन्हैया लाल के हत्यारों रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद  को एनआईए ने पकड़ा, जबकि सत्य यह है कि इन्हें घटना के महज 4 घंटों के भीतर राजस्थान पुलिस ने पकड़ लिया था।
 
उन्होंने कहा कि यह दुखद घटना 28 जून 2022 को हुई थी, जबकि एनआईए को इस मामले की फाइल 2 जुलाई, 2022 को हस्तांतरित की गई। शाह को यह जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन भाजपा नेता थे, जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे।
 
कांग्रेस पार्टी ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ट्वीट पर कहा कि गृहमंत्री अमित शाह आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर भी सरेआम राजनीति करने और झूठ बोलने से नहीं चूके। यह भाजपा नेताओं की मानसिकता दिखाता है, जिन्होंने अपने सियासी फायदों को हमेशा ही देशहित से ऊपर रखा है। पार्टी ने कहा अमित शाह अपनी जिम्मेदारी निभाने में तो पूरी तरह नाकाम रहे हैं, कम से कम पद की गरिमा का ख्याल रख लें। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

संसद की स्थाई समिति 3 जुलाई को करेगी UCC पर चर्चा : सुशील मोदी