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महिलाएं ठान लें तो सब कुछ संभव है : महापौर

हमें फॉलो करें महिलाएं ठान लें तो सब कुछ संभव है : महापौर
, सोमवार, 12 मार्च 2018 (00:54 IST)
इंदौर। महिलाएं यदि ठान लें तो वे कुछ भी कर सकती हैं। महिलाओं का सम्मान एक दिन नहीं होकर रोजाना होना चाहिए। आज धरातल से लेकर ब्रह्मांड तक महिलाएं काम कर रही हैं। फिर चाहे राजनीति, पत्रकारिता, प्रबंधन, बैंकिंग, एवीएशन, साहित्य-कला, संगीत, फिल्म  अथवा खेल ही क्यों न हों। सुनीता विलियम्स, कल्पना चावला, सानिया मिर्जा, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन, विदेशमंत्री सुषमा स्वराज भी महिलाएं भी हैं। यह बात इंदौर की महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने इंदौर प्रेस क्लब द्वारा महिला पत्रकारों का सम्मान समारोह में कही।
 
उन्होंने कहा कि पहले हरियाणा में बेटियों का प्रतिशत बहुत कम था, लेकिन आज हरियाणा में लड़कियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के बेहतर परिणाम मिल रहे हैं। 
 
सेवानिवृत्त आईपीएस एवं पूर्व आईजी डॉ. आशा माथुर ने कहा कि बेटियों को बेटी की तरह ही पाला जाए न कि बेटों की तरह, बेटियां भी बेटे से कम नहीं हैं। घरेलू हिंसा, दहेज जैसी समस्याओं को महिलाएं ही बढ़ावा देती हैं, जिसे महिलाएं ही रोक सकती हैं। महिलाएं ही महिलाओं को दिशा दे सकती हैं। आवश्यकता है वे अपनी मानसिकता में बदलाव लाएं। 
 
उन्होंने कहा कि केवल कानून बना देने से महिलाओं की स्थिति नहीं सुधर सकती, जब तक महिलाएं स्वयं आगे आकर इसका विरोध न करें। उन्होंने कहा कि इंदौर स्वच्छता के मामले में तो आज देश में अव्वल बन चुका है, लेकिन मानसिक स्वच्छता और आंतरिक स्वच्छता में भी उसे अव्वल आने की जरूरत है। इसकी शुरूआत इंदौर से होना चाहिए। इस मामले में भी हमें इंदौर को नंबर वन बनाना होगा, तभी हम सही मायने में नंबर वन कहलाएंगे। 
 
पद्मश्री जनक पलटा ने कहा कि आज बेटियों को नहीं, बेटों को संस्कारित करने की जरूरत है जो विभिन्न प्रकार के नशीले पदार्थों का सेवन कर देर रात सड़कों पर धमाल मचाते हुए महिलाओं के बदसलूकी एवं चैन स्नेचिंग जैसे अपराध करते हैं। आजकल सोशल साइट पर एक बात का बहुत जोरों से प्रचार किया जा रहा है कि बीयर फेस्टीवल होने वाला है, जिसमें लड़कियों को कम कीमत में बीयर दी जाएगी। यह शहर सात्विक खान-पान वालों का सांस्कृतिक शहर है, जहां इस तरह के फेस्टीवल के लिए कोई जगह नहीं है। शहर की संस्कृति को बिगाडऩे वाले ऐसे लोगों का सख्त विरोध कर उनका बहिष्कार किया जाना चाहिए।


 
समारोह में मनीषा दुबे, रुखसाना मिर्जा, श्रीमती श्रुति अग्रवाल, श्रीमती ऋचा चौधरी मजुपुरिया, श्रीमती मीना खान, नीता सिसौदिया, अंकिता जोशी, श्रीमती सुमेधा पुराणिक चौरसिया, श्रीमती प्रियंका जैन देशपांडे, श्रीमती भारती जोशी, श्रीमती सौदामिनी ठाकुर मजूमदार, प्रियंका पांडे, सुश्री साक्षी शर्मा, दीपिका अग्रवाल को सम्मानित किया गया। स्वागत भाषण कार्यक्रम की संयोजक सुश्री जयश्री पिंगले ने दिया। 
 
अपने किस्म के इस खास कार्यक्रम की खूबी यह थी कि जिन महिला पत्रकारों का सम्मान किया गया, उनकी सफलता की कहानी पुरुष साथियों ने बयां की। इंदौर प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी, महासचिव नवनीत शुक्ला, प्रकाश हिंदुस्तानी, महेन्द्रसिंह सोनगिरा, प्रदीप जोशी, संजय लाहोटी, हर्षवर्धन प्रकाश, आशीष जोशी ने अलग-अलग रूप से इन कहानियों को सुनाया। कार्यक्रम का संचालन मंजूषा जौहरी ने किया। आभार इंदौर प्रेस क्लब कार्यकारिणी सदस्य रजनी खेतान ने माना। 

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