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क्यों हो रहा है Tata Motors का डिमर्जर, जानिए क्या है वजह, कैसे बंटेगा कारोबार?

हमें फॉलो करें क्यों हो रहा है Tata Motors का डिमर्जर, जानिए क्या है वजह, कैसे बंटेगा कारोबार?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 6 मार्च 2024 (13:37 IST)
Tata Motors Demerger : भारत में व्यावसायिक वाहन बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स ने कंपनी के कारोबार को 2 अलग-अलग संस्थाओं के रूप में बांटने की बात कही है। डीमर्जर के फैसले से निवेशकों में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है।
 
कैसे बंटेगा कारोबार : वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय और उससे संबंधित निवेश को एक इकाई में रखा जाएगा। वहीं दूसरी इकाई में पीवी (यात्री वाहन), ईवी (इलेक्ट्रिक वाहन), जेएलआर (जगुआर लैंड रोवर) सहित यात्री वाहन व्यवसाय और इससे संबंधित निवेश रहेंगे।
 
इस कारोबार विभाजन को NCLT व्यवस्था योजना के जरिए लागू किया जाएगा। टीएमएल (टाटा मोटर्स लिमिटेड) के सभी शेयरधारकों के पास दोनों सूचीबद्ध इकाइयों में समान हिस्सेदारी बनी रहेगी।
 
क्यों हो रहा है डीमर्जर : टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में मजबूत बदलाव की पटकथा लिखी है। उन्होंने कहा कि तीन वाहन व्यवसाय इकाइयां अब स्वतंत्र रूप से काम कर रही हैं और लगातार प्रदर्शन कर रही हैं। इस विभाजन से उन्हें अपना फोकस और फूर्ती बढ़ाकर बाजार के अवसरों को बेहतर ढंग से भुनाने में मदद मिलेगी।
 
चन्द्रशेखरन ने कहा कि विभाजन से ग्राहकों को बेहतर अनुभव, कर्मचारियों को बेहतर वृद्धि की संभावनाएं और शेयरधारकों को बेहतर मूल्य मिलेगा।
 
डीमर्जर में कितना समय लगेगा : विभाजन की योजना को आने वाले महीनों में मंजूरी के लिए कंपनी बोर्ड के सामने रखा जाएगा। इसके लिए शेयरधारकों, ऋणदाताओं और नियामकों से सभी जरूरी मंजूरियां ली जानी हैं, जिसमें 12-15 महीने का समय लग सकता है। 
 
शेयर बाजार ने दिखाया उत्साह : कंपनी के शेयर मंगलवार को 4.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1080.28 पर पहुंच गए। हालांकि बुधवार को दोपहर करीब 12.20 बजे इसके शेयरों में 1.05 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इस समय सेंसेक्स 276 और निफ्टी 108 अंक नीचे था।
 
शेयर बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा ने बताया कि शेयर बाजार इस डिमर्जर को पॉजिटिवली देख रहा है। इससे कंपनी और उसके निवेशकों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं। कंपनी इससे मजबूत होगी। लांग टर्म में इसका फायदा मिला। टाटा का कमर्शिअल व्हीकल में लीडर है। कंपनी को इसका फायदा मिलेगा।
Edited by : Nrapendra Gupta


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