Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

सस्ते हुए सोना-चांदी

हमें फॉलो करें सस्ते हुए सोना-चांदी
नई दिल्ली , मंगलवार, 21 नवंबर 2017 (18:27 IST)
नई दिल्ली। वैश्विक स्तर पर पीली धातु में सोमवार को रही बड़ी गिरावट के दबाव में दिल्ली सर्राफा बाजार में मंगलवार को सोना 250 रुपए लुढ़ककर 30,450 रुपए प्रति दस ग्राम रह गया। सोने में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही है। चांदी भी लगातार दूसरे दिन टूटती हुई 400 रुपए फिसलकर डेढ़ सप्ताह के निचले स्तर 40,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
 
अंतरराष्ट्रीय बाजर में सोमवार को पीली धातु 1.4 फीसदी लुढ़क गई थी। संतुलन प्रक्रिया के तहत सोने में तेजी देखी गई। सोना हाजिर 0.3 प्रतिशत की मजबूती के साथ 1,280.46 डॉलर प्रति औंस पर रहा। दिसंबर का अमेरिकी सोना वायदा 4.8 डॉलर की बढ़त में 1,280.10 डॉलर प्रति औंस बोला गया।
 
बाजार विश्लेषकों ने बताया कि अब निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पिछली बैठक के विवरण का इंतजार कर रहे हैं जब ब्याज दरों को स्थिर रखा गया था। बुधवार को जारी होने वाले विवरण से आने वाले समय में इस संबंध में फेड के रुख के बारे में और जानकारी मिल सकेगी।
 
अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी हाजिर सोमवार को 2.3 प्रतिशत टूटी थी। मंगलवार को यह 0.2 प्रतिशत चमककर 16.94 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। वैश्विक दबाव और स्थानीय बाजार में सुस्त मांग के बीच सोना स्टैंडर्ड 250 रुपए टूटकर 30,450 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया। सोना बिटुर भी इतना ही फिसलकर 30,300 रुपए पर रहा। आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,700 रुपए पर स्थिर रही।
 
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतों में गिरावट के साथ चांदी की औद्योगिक मांग कमजोर रहने से चांदी हाजिर 400 रुपए की गिरावट में 40,400 रुपये प्रति किलोग्राम बिकी। यह 11 नवंबर के बाद का इसका निचला स्तर है। चाँदी वायदा भी 510 रुपये की गिरावट में 39,395 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गई।
 
 
हालांकि सिक्का लिवाली और बिकवाली मजबूती से क्रमश: 74 हजार रुपये और 75 हजार रुपये प्रति सैकड़ा पर टिके रहे। कारोबारियों ने बताया कि सोमवार को अंतरराष्ट्रीय बाजारों में गिरावट के साथ डॉलर की तुलना में रुपये के मजबूत होने से भी पीली धातु कमजोर पड़ी है। उनका कहना है कि वैवाहिक मौसम के बाद भी बाजार में ग्राहकी नहीं आ रही। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

GST : हो सकता है एक और बदलाव