Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

ईंट-भट्‍टे के मालिक का बेटा बना भारत का पहला 'चाइनामैन' गेंदबाज

हमें फॉलो करें ईंट-भट्‍टे के मालिक का बेटा बना भारत का पहला 'चाइनामैन' गेंदबाज

सीमान्त सुवीर

, शुक्रवार, 25 मई 2018 (00:23 IST)
क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि किसी ईट-भट्‍टे के मालिक का बेटा भारत का पहला 'चाइनामैन' गेंदबाज भी बन सकता है? इस कल्पना को साकार किया है कुलदीप यादव ने। यही नहीं, कुलदीप ने नामी क्रिकेटर बनकर अपने परिवार के उस सपने को भी सच कर दिखाया है, जो कभी यह ख्वाब देखा करता था कि वह भारतीय क्रिकेट टीम में आकर देश के लिए खेले। 
 
 
आईपीएल में आप जिस कुलदीप यादव को कोलकाता नाइटराइडर्स की गेंदबाजी के प्रमुख अस्त्र के रूप में देख रहे हैं, उसी ने इस मसाला क्रिकेट के 11वें संस्करण में 15 मैच खेलकर 15 विकेट झटके हैं और वह गेंदबाजी के मामले में नौवें स्थान पर काबिज है।
 
2012 के आईपीएल में सचिन को कराते थे नेट प्रैक्टिस
कुलदीप यादव 2012 में मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा हुआ करते थे और जब उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला, तब उन्होंने आईपीएल में ही करिश्मा करने की ठान ली। उन्हें हमेशा इसका गर्व रहा कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाज को आईपीएल के दौरान नेट प्रैक्टिस कराई।
webdunia
कोलकाता ने कुलदीप को 66 हजार डॉलर में खरीदा
2016 में चैंपियंस लीग टी-20 में शानदार प्रदर्शन करने का पुरस्कार उन्हें कोलकाता नाइटराइर्स ने दिया। कोलकाता ने आईपीएल की नीलामी में कुलदीप को 66 हजार डॉलर में खरीदकर अपनी टीम का अहम हिस्सा बना लिया। कुलदीप ने जल्दी ही अपनी 'चाइनामैन' गेंदबाजी का परचम लहराना शुरू कर दिया और उनके मुरीद कोलकाता नाइटराडर्स के सह मालिक शाहरुख खान भी हो गए।
 
 
छोटे से गांव से निकलकर बन गए क्रिकेट सितारे
कुलदीप का जन्म 14 दिसंबर 1994 को उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले के छोटे से गांव में हुआ। पिता का ईंट भट्‍टे का कारोबार था लेकिन उन पर तो क्रिकेट का जुनून सवार था। बेटे के क्रिकेट जुनून को देखकर पिता रामसिंह यादव ने कानपुर में बसने का फैसला किया। यही पड़ाव कुलदीप की जिंदगी के नए रास्ते खोल गया।
 
कई बार कुलदीप की आंखों से आंसू भी टपके
सभी जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट के 83 साल के इतिहास में आज तक कोई 'चाइनामैन' गेंदबाज नहीं हुआ। कानपुर में क्रिकेट एकेडमी में कुलदीप को कपिल पांडे कोच के रूप में मिले। कपिल ने कुलदीप को बाएं हाथ से अपारंपरिक गेंदबाजी करने के गुर सिखाए। वे कलाई के उपयोग से 'चाइनामैन' गेंदबाज बन बैठे। 
 
हालांकि ये काम मुश्किल हुआ करता था और कई बार कुलदीप की आंखों से आंसू भी टपके, लेकिन ये आंसू आने वाले सुनहरे भविष्य का संकेत दे रहे थे। आखिरकार गांव के इस लड़के को 'चाइनामैन' गेंदबाज की पदवी मिल गई। 
 
अंडर-19 विश्व कप में झटके 14 विकेट
2014 में कुलदीप अंडर-19 विश्व कप की भारतीय टीम का हिस्सा बने। यूएई में हुए इस विश्व कप में कुलदीप की करिश्माई गेंदबाजी के जलवे को दुनिया ने देखा। 6 मैचों में उन्होंने 14 विकेट लिए। वे इस विश्व कप में सबसे अधिक विकेट लेने वाले तीसरे गेंदबाज थे। यही नहीं, उन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ 'है‍‍ट्रिक' भी ली थी।
 
2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला पहला टेस्ट
कुलदीप यादव ने भारतीय टेस्ट टीम की 'कैप' 25 मार्च 2017 को पहनी और धर्मशाला में पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला। उनके पहले शिकार हुए ऑस्ट्रेलिया धाकड़ बल्लेबाज डेविड वॉर्नर। कुलदीप ने 2 टेस्ट मैचों में 187 रन देकर 9, वनडे में 20 मैचों में 781 रन देकर 39, टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 8 मैचों में 222 रन देकर 12 और आईपीएल के 30 मैचों में 829 रन देकर 33 विकेट हासिल किए हैं।
 

 
आईपीएल-11 में अपने जौहर दिखाने का मौका
25 मई 2018 को आईपीएल 11 में ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स मैदान पर कुलदीप यादव कोलकाता नाइटराइडर्स की तरफ से सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबला खेलने उतरेंगे। बेशक उनके सामने कप्तान केन विलियमसन, शिखर धवन, कार्लोस ब्रेथवेट और यूसुफ पठान जैसे धाकड़ बल्लेबाज होंगे। अब देखना यही दिलचस्प होगा कि ये 'चाइनामैन' इन धाकड़ बल्लेबाजों के खिलाफ कैसा खौफ पैदा करता है...!

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

पूर्व क्रिकेटर मनिंदर सिंह और अलग रह रही पत्नी के बीच 16 साल पुराना वैवाहिक विवाद सुलझा