Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

चीन में सेक्स डॉल्स किराए पर

हमें फॉलो करें चीन में सेक्स डॉल्स किराए पर
, मंगलवार, 16 जनवरी 2018 (13:43 IST)
बीजिंग। पूरी दुनिया में उत्पादकता के मामले में चीन का खासा दबदबा है। दरअसल, चीन का फोकस ग्राहक की मांग को लेकर रहता है। साथ ही साथ वह ग्राहकों की पॉकिट साइज को देखते हुए मार्केट में अपने उत्पाद लाता है। 
 
यही वजह है कि चीन चतुराई में अन्य देशों से चार कदम आगे रहता है। अब चीन ने उन ग्राहकों को फोकस में लिया है जिनकी पॉकेट साइज बेहद छोटी है और वह चाहकर भी अपनी इच्छापूर्ति नहीं कर पाते। 
 
लेकिन ताज्जुब इस बात पर होता है कि चीनी सबसे पहले ऐसे प्रॉडक्ट को लेकर आए है जिसे जानकर कोई भी दंग रह जाए। यह न तो कोई बाइक है, न कोई छाता और न बॉस्केट बॉल। यह है सेक्स डॉल।
 
दरअसल चीन ने इसे शेयर्ड इकॉनमी प्रॉडक्ट्स में शामिल कर लिया है। एक चीनी कंपनी ने अपने देश की इस शेयरिंग इकॉनमी को एक कदम आगे ले जाते हुए सेक्स डॉल्स को शेयर करना यानी किराए पर देना शुरू कर दिया है। 
 
एक सेक्स प्रॉडक्ट रीटेल कंपनी ने पेइचिंग में 'शेयर्ड गर्लफ्रेंड' नाम से एक सर्विस शुरू की। इस कंपनी को 'टच' नाम से जाना जाता है। इन्होंने चाइनीज, रशियन, कोरियन और हॉन्ग कॉन्ग के वर्जन के साथ ही ऐमजॉन जैसी वंडरवुमन वाली सेक्स डॉल किराए पर देना शुरू किया है।
 
इन्हें फोन ऐप के जरिए एक सप्ताह के लिए रिजर्व किया जा सकता है। सेक्स डॉल को ऑर्डर करने के बाद 'टच' कंपनी अपने कस्टमर को इन डॉल्स की डिलिवरी करता है। कस्टमर चाहे तो डॉल की आउटफिट, हेयरस्टाइल और उसके साथ आने वाले साजो सामान जैसे हैंडकफ और विप को भी प्री-सिलेक्ट कर सकता है। कंपनी ने इन डॉल्स में ऐसे डिवाइस भी फिट करने के लिए विकल्प दिया है जिसमें डॉल को छूने पर तरह-तरह की आवाजें निकलती हैं। लेकिन उसके लिए कस्टमर को एक्सट्रा पैसे खर्च करने होंगे। 
 
फिलहाल ये 298 युआन यानी करीब 3 हजार रुपए में मिलती हैं लेकिन कंपनी के नियमों के मुताबिक यूजर को पहले 8 हजार युआन यानी करीब 78 हजार 300 रुपए डिपॉजिट कराने होंगे जिसे बाद में रिफंड कर दिया जाता है। 'टच' कंपनी का कहना है कि ये सेक्स डॉल्स असली इंसान के साथ होने जैसी फीलिंग का अहसास कराती हैं। 
 
कंपनी का कहना है कि शेयर्ड गर्लफ्रेंड सर्विस चीन के उन लाखों पुरुषों की जरुरतों को पूरा कर सकती है जिन्हें देश में जेंडर असंतुलन की वजह से जीवनसाथी नहीं मिल रहा है। ये डॉल्स उन लोगों की भी साथी बन सकती है जो काम या दूसरी वजहों से अपने जीवनसाथी से अलग रह रहे हैं। 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

लगता है उच्चतम न्यायालय में संकट अभी सुलझा नहीं : वेणुगोपाल