Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

घायल बच्चों को रक्तदान करने में इंदौर ने पेश की मिसाल

हमें फॉलो करें घायल बच्चों को रक्तदान करने में इंदौर ने पेश की मिसाल
, शुक्रवार, 5 जनवरी 2018 (23:10 IST)
इंदौर। बायपास पर बिचौली हप्सी के समीप दिल्ली पब्लिक स्कूल की बस और ट्रक के बीच भयानक टक्कर के बाद जब घायल बच्चों को बॉम्बे हॉस्पिटल लाया गया, तब वहां रक्तदान करने वालों का तांता लग गया। रक्तदान देने वालों में बड़ी संख्या में फार्मास्यूटिकल कंपनियों के युवा प्रतिनिधि भी शामिल थे।
 
विजय नगर स्थित स्पेशलिटी ड्रग हाउस के प्रमुख राहुल थम्मन ने रक्तदान के वक्त बॉम्बे हॉस्पिटल का नजारा अपनी आंखों से देखा। उन्होंने बताया कि जैसे ही उन्हें व्हाट्‍सएप पर इस दर्दनाक दुर्घटना की खबर मिली, वैसे ही उन्होंने इसे अपने ग्रुप में शेयर किया, ताकि जो फार्मास्यूटिकल कंपनियों के प्रतिनिधि अस्पताल में थे वे अलर्ट हो जाएं।
 
राहुल खुद भी अस्पताल पहुंचे और वहां पर देखा कि करीब 25 फार्मा साथी वहां मौजूद हैं और उनमें से कई लोगों ने रक्तदान किया ताकि घायलों को सही समय पर खून मिल सके और उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि शहर में हुए इस दर्दनाक हादसे को बॉम्बे हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम और स्टाफ ने बहुत संवेदनशीलता से हैंडल किया।
यही नहीं, अस्पताल में भर्ती मरीज की देखभाल कर रहे लोग भी आगे आकर रक्तदान करने की पेशकश करने लगे। इसे इंदौर की संस्कृति का परिचायक ही कहा जाएगा कि जब कोई संकट आता है तो पूरा शहर एक हो जाता है। यही नजारा बच्चों के बारे में देखने को मिला। जिसको भी जैसा मौका मिला, वह आगे आकर मदद की पेशकश करने लगा। 
 
बॉम्बे हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती बच्चों की देखरेख में अभी भी डॉक्टरों की टीम लगी हुई है। अस्पताल के पास खुद का भी एक बड़ा ब्लड बैंक है और इंदौरियों के रक्तदान के बाद यहां पर विशेष ग्रुप के खून की आवश्यकता की पूर्ति हो चुकी है।
 
राहुल के अनुसार, शाम के वक्त बॉम्बे हॉस्पिटल का नजारा बहुत मार्मिक था, क्योंकि बच्चों के परिजन भी वहां पहुंच गए थे। उनकी मदद के लिए वहां पर सैकड़ों लोग मौजूद थे और हरेक के मन में यही था कि वह किसी तरह अपना खून देकर बच्चों को बचा सके। (वेबदुनिया न्यूज)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

मासूम स्‍कूली बच्चों की दर्दनाक मौत से इंदौर उदास...