Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कविता : कोयल रानी

हमें फॉलो करें कविता : कोयल रानी
webdunia

डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प'

कुहू-कुहू कर मीठे स्वर में,
हमें बुलाती
रानी।
अमराई में तान सुरीली,
उसकी लगती बड़ी सुहानी।।1।।
 
बौरों के सौंधी खशबू को,
चहुं दिशा में महकाती है।
रंग-बिरंगे पंछी के संग,
फुदक-फुदककर गाती है।।2।।
 
बगिया के सारे पंछी के,
मन को सचमुच हर लेती है।
ऋतुराज के इस मौसम में,
ढेरों खुशियां भर देती है।।3।।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

बहरेपन से बचने के लिए फायदेमंद हैं ये 8 बातें...