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मिनटों में जान लेने वाला जहरों का जहर 'नर्व एजेंट' क्या है?

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, शुक्रवार, 9 मार्च 2018 (10:53 IST)
आतंकवाद रोकने वाले अधिकारी उस रहस्यमयी चीज़ का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जिसका इस्तेमाल पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी को मारने के लिए किया गया था। स्क्रिपल और उनकी बेटी अचेत अवस्था में मिले थे और फ़िलहाल गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। उनके साथ वो शख़्स भी है जिसने उन्हें देखा था और बचाने की कोशिश की थी।
 
एक सूत्र ने बीबीसी को बताया कि दोनों को मारने की कोशिश में जिस रसायन का इस्तेमाल किया गया था वो बहुत दुर्लभ है। पुलिस का कहना है कि वैज्ञानिकों ने उस एजेंट को पहचान लिया है लेकिन फ़िलहाल वो उसका नाम नहीं बताना चाहते हैं।
 
जांच दल से जुड़े एक शख़्स ने बताया कि ये सेरीन गैस की तुलना में कहीं अधिक दुर्लभ है। हो सकता है कि सीरिया युद्ध में इसका इस्तेमाल होता हो। इसके अलावा ये भी कहा गया कि पिछले साल मलेशिया में कोरियाई नेता किम जोंग उन के सौतेले भाई को मारने के लिए भी इसी तत्व का इस्तेमाल किया गया था।
 
नर्व एजेंट है क्या?
एक ओर जहां पुलिस का दावा है कि सरकारी वैज्ञानिकों ने उस एजेंट का पता कर लिया है लेकिन उसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं करना चाहती, वहीं इस ज़हर को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। तो आख़िर ये घातक ज़हर है क्या?
 
पुराने समय में इस ज़हर का इस्तेमाल दुश्मनों की हत्या करने के लिए किया जाता था। इस ज़हर के शरीर में जाते ही दिमाग संदेश देना बंद कर देता है, जिससे स्थिति बहुत ख़राब हो जाती है।
 
कोई भी चीज़ जो नर्वस सिस्टम को प्रभावित करती हो नर्व एजेंट हो सकती है। ये कई तरह का हो सकता है और ये अलग-अलग रूप में हो सकता है। आमतौर पर यह तरल रूप में पाया जाता है। इसके अलावा यह गैस के रूप में भी होता है। भाप के रूप में भी ये शरीर में प्रवेश कर सकता है।
 
इस रसायन के संपर्क में आते ही मांसपेशियों को लकवा मार जाता है। अगर इससे श्वसन तंत्र से जुड़ी मांसपेशियां प्रभावित होती हैं तो इंसान की तुरंत मौत हो सकती है। दरअसल, इसके संपर्क में आने से मांसपेशियां सबसे ज़्यादा प्रभावित होती है और काम करना बंद कर देती हैं। सेरीन, वीएक्स और साबुन इस एजेंट के अलग-अलग रूप हैं लेकिन ये बनावट में लगभग एक से होते हैं और एक ही तरह काम करते हैं।
 
क्या है पहचान?
अगर कोई शख़्स इस एजेंट के प्रभाव में है तो उसे सांस लेने में दिक्क़त होने लगेगी। उसे सांस लेने में बहुत ज़ोर लगाना पड़ता है जिससे खरखराहट की आवाज़ आने लगती है। इस स्थिति में शख़्स अचेत हो जाता है और उसे उल्टी होने लगती है और झटके आने लगते हैं।
 
हृदय गति असमान्य हो जाती है। ये संकेत मिनटों में या फिर घंटों में नज़र आने लगता है। ये संकेत पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि पीड़ित शख़्स के शरीर में इस जहर की कितनी मात्रा गई और किस तरह गई है।
 
किसी के शरीर में ये पहुंचता कैसे है?
अमूमन यह तरल रूप में होता है लेकिन इसे गर्म करते ही यह गैस में तब्दील हो जाता है। इसके तरल रूप को स्प्रे के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। जिसके चलते ये त्वचा और आंखों में पहुंच जाता है। त्वचा और आंखों के संपर्क में आते ही ये शरीर में तेज़ी से फ़ैलने लगता है और तत्काल मौत हो सकती है।
 
इस ज़हर को खाने और पीने में मिलाकर किसी को दिया जा सकता है लेकिन तब इसका असर धीरे-धीरे होता है। त्वचा के संपर्क में आने पर इसका ज़हर तेज़ी से फैलता है।
 
नर्व एजेंट के कई प्रकार होते हैं:
 
वीएक्स नर्व एजेंटः ये रंगहीन और तरल रूप में होता है। इसकी पहचान कर पाना बहुत मुश्किल होता है। इस एजेंट को मुख्य रूप से सेना के इस्तेमाल के लिए तैयार किया गया था।
 
सेरीनः सेरीन गैस शरीर में पहुंचने के साथ एंजाइम पर असर डालती है। जिससे एंजाइम काम करना बंद कर देते हैं और शरीर पर नियंत्रण ख़त्म हो जाता है।
 
थिलियमः यह एक मेटल पॉइज़न है जो रंगहीन और गंधहीन होता है। इसे ज़हरों का ज़हर माना जाता है। इसे लिक्विड या फिर पाउडर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
 
अब चर्चा में क्यों सर्गेई स्क्रिपल?
33 साल की एक महिला के साथ सर्गेई स्क्रिपल जिस शॉपिंग सेंटर के पास अजीब हरकतें करते हुए अचेत हालत में पाए गए हैं। वहां मौजूद लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी।
 
घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों से मिली जानकारी के बाद इस बात की भी आशंका है कि कहीं इन लोगों को ज़हर तो नहीं दिया गया। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि दोनों किसी अज्ञात पदार्थ के संपर्क में आने से गंभीर रूप से बीमार हुए हैं।
 
ये घटना रविवार की है। दोनों के शरीर पर किसी तरह के ज़ख़्म का कोई निशान नहीं है। दोनों की हालत काफी नाज़ुक बताई जा रही है। पुलिस ने सावधानी बरतते हुए ज़िज़्ज़ी रेस्त्रां को बंद करवा दिया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि दोनों की इस हालत के लिए कौन ज़िम्मेदार है।

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