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सूर्यदेव धनु राशि में, क्या असर होगा आपकी राशि पर, जानिए...

हमें फॉलो करें सूर्यदेव धनु राशि में, क्या असर होगा आपकी राशि पर, जानिए...
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पं. अशोक पँवार 'मयंक'

सूर्यदेव ने 16 दिसंबर 2017, शनिवार से धनु राशि में प्रवेश कर लिया है। यहीं से धनुर्मास शुरू होगा और वैवाहिक कार्य पर 1 मास के लिए विराम  लग जाएगा। धनु राशि में सूर्य का आगमन किस प्रकार 12 राशियों पर असर करेगा, आइए जानते हैं...
 
मेष राशि : आपके लिए सूर्य भाग्य भाव से भ्रमण करेगा। इसके परिणाम अत्यंत शुभ होंगे। इस समय आपसी संबंधों में सुधार होगा। किन्हीं संबंधियों से निकटता होगी। इस समय धर्म तथा अध्यात्म के प्रति अधिक रुझान रहेगा। धार्मिक कार्यों में भी व्यय होगा। पारिवारिक सुख-शांति रहेगी। संतान से सहयोग व प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। इस समय माणिक पहनना शुभता में वृद्धि करेगा। 
 
वृषभ राशि : आपसी तालमेल की कमी रहेगी। पारिवारिक मामलों में विरोध हो सकता है। अपने क्रोध व अहम पर नियंत्रण रखें। शत्रु पक्ष में सावधानी बरतना होगी। मातृपक्ष के स्वास्थ्य की चिंता रह सकती है। किसी भी कार्य में सावधानीपूर्वक निर्णय लेना होगा। नौकरीपेशा व व्यापारी वर्ग को संभलकर चलना होगा।
 
मिथुन राशि : दाम्पत्य जीवन में वाद-विवाद से बचना होगा। दैनिक व्यवसाय के क्षेत्र में पराक्रम द्वारा ही सफल होंगे। प्रेम संबंधों के मामलों में आपको किसी न किसी प्रकार की समस्या सामना करना पड़ सकता है। कानूनी विवाद से बचना होगा। शत्रुपक्ष पर दबदबा बना रहेगा। साझेदारी के कार्य में सावधानी रखना होगी।
 
कर्क राशि : भाग्य में रुकावट आ सकती है व कार्य में भी बाधा रह सकती है। शत्रुपक्ष प्रभावहीन होंगे। मामा पक्ष से कुछ विरोध का सामना करना पड़ सकता है। आपको पेट संबंधी रोग हो सकता है। खान-पान में सुधार करना होगा। कर्ज या लेन-देन के कारण खर्च बढ़ सकता है। नौकरीपेशा लाभान्वित होंगे।
 
सिंह राशि : प्रेम संबंधों के मामलों में असफलता का स्वाद चखना पड़ सकता है। आपको अपने कार्य तथा व्यवहार पर नियंत्रण रखना होगा। संतान पक्ष में संभलकर चलना होगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलेगी। गैस संबंधित समस्या हो सकती है। सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ा-चढ़ा रहेगा। विद्यार्थी वर्ग व शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ मिल सकता है। 
 
कन्या राशि : पारिवारिक कारणों से घर से दूर जाना पड़ सकता है। नौकरी के क्षेत्र में आपका प्रभुत्व कायम रहेगा। आपके प्रभाव में वृद्धि होगी। परिवारिक जीवन सुखद ही कहा जा सकता है। इस समय आपको आर्थिक लाभ के अवसर प्राप्त होंगे। जमीन संबंधित कार्यों में सफलता के अवसर हैं। माता के स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें। शत्रुपक्ष पर प्रभाव बना रहेगा।
 
तुला राशि : पराक्रम अत्यधिक बढा-चढ़ा रहेगा। आपकी मेहनत और प्रयासों की प्रशंसा होगी। भाई-बंधुओं व मित्रगण का सहयोग मिलेगा। भाग्य का साथ मिलने से आपके कई कार्य बनेंगे। सहयोगियों का भरपूर सहयोग मिलेगा। इस समय आपका प्रभाव लोगों पर अधिक पड़ेगा। इस समय रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोग लाभान्वित होंगे। आपके प्रयास ही आपकी सफलता का कारक बनेंगे।
 
वृश्चिक राशि : आर्थिक लाभ मिलेगा लेकिन बचत के योग कम ही हैं। इस समय किसी प्रकार की मानसिक समास्या आपको परेशान कर सकती है। नौकरीपेशा के लिए समय उत्तम है। राजकीय कार्य संपन्न होंगे। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति होगी। पिता का सहयोग लेकर चलें। 
 
धनु राशि : किसी विशेष पद की प्राप्ति हो सकती है। कार्यक्षेत्र में अत्यधिक व्यस्तता रहेगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा। किसी कार्य में पिता का सहयोग प्राप्त होगा। पुरानी वस्तु से लाभ प्राप्त हो सकता है। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। सरकारी क्षेत्रों से जुड़े लोगों को प्रगति के अवसर मिलेंगे।
 
मकर राशि : सावधानी रखना होगी। यात्रा संभलकर करें। आपको अपने कार्यों पर नियंत्रण रखना होगा। अत्यधिक भागदौड़ होने से शारीरिक थकावट अधिक होगी। प्रत्येक कार्य के लिए आपको अधिक प्रयत्न करना होगा। शत्रुपक्ष प्रभावहीन होंगे। 
 
कुंभ राशि : गोचर शुभ फल देगा। घर या परिवार में कोई मांगलिक कार्य हो सकता है। पिता या बड़े भाई से लाभ प्राप्त होने के योग हैं। यात्रा के योग बन सकते हैं। धनलाभ के योग भी प्रबल हैं। इस समयावधि में अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी हेतु इच्छुक व्यक्ति के प्रयास सफल हो सकते हैं। ससुराल पक्ष से लाभ या प्रसन्नता प्राप्त हो सकती है।
 
मीन राशि : समय आपके कार्यों के लिए उत्तम रहेगा। किसी उच्च पद की प्राप्ति हो सकती है। इस समय कार्य की अधिकता होने से थकान महसूस करेंगे। अधिकारी वर्ग कार्यों को लेकर प्रसन्न रहेंगे। घर-परिवार के सुखों में वृद्धि होगी। आप अपनी प्रतिभा को विस्तार देंगे।
 
उपाय- सुबह उदय होते सूर्य को दूध-मिश्री मिले जल का अर्घ्य दें व नमक का सेवन न करें। ॐ घृणिं सूर्य: आदित्य: या ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्र किरणाय मनोवांछित फलं देहि देहि स्वाहा... मंत्र का जाप 108 बार करें। पिता का आशीर्वाद लेकर कार्य का शुभारंभ करें। इस तरह सूर्य के अनिष्ट प्रभावों से बचा जा सकता है।

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